Sunday, December 18, 2016

अस्मिता शंखनाद

राष्ट्र  जागरण - अस्मिता शंखनाद

घनाक्षरी छंद 'आहुति' महाकाव्य से ....  
रचयिता राष्ट्रकवि डॉ. बृजेश सिंह

राष्ट्र जागरण - अस्मिता शंखनाद
राणा की परंपरा की तलवार लिए वीर,
महाराष्ट्र-केसरी ने रण में हुँकारा है|
भारतीय अस्मिता का केतु फहराने हेतु,
गुरु रामदास ने दिया सुदिव्य नारा है|
महामति प्राणनाथ से प्रबुद्ध छत्रसाल,
नीति का वितान ताने चली असिधारा है|
राणा राज सिंह वीर दुर्गादास ने सदैव,
अरिदल को विदार शस्त्र को निखारा है||

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