राष्ट्र जागरण - अस्मिता शंखनाद
घनाक्षरी छंद 'आहुति' महाकाव्य से ....
रचयिता राष्ट्रकवि डॉ. बृजेश सिंह
राष्ट्र जागरण - अस्मिता शंखनाद
राणा की परंपरा की तलवार लिए वीर,
महाराष्ट्र-केसरी ने रण में हुँकारा है|
भारतीय अस्मिता का केतु फहराने हेतु,
गुरु रामदास ने दिया सुदिव्य नारा है|
महामति प्राणनाथ से प्रबुद्ध छत्रसाल,
नीति का वितान ताने चली असिधारा है|
राणा राज सिंह वीर दुर्गादास ने सदैव,
अरिदल को विदार शस्त्र को निखारा है||
घनाक्षरी छंद 'आहुति' महाकाव्य से ....
रचयिता राष्ट्रकवि डॉ. बृजेश सिंह
राष्ट्र जागरण - अस्मिता शंखनाद
राणा की परंपरा की तलवार लिए वीर,
महाराष्ट्र-केसरी ने रण में हुँकारा है|
भारतीय अस्मिता का केतु फहराने हेतु,
गुरु रामदास ने दिया सुदिव्य नारा है|
महामति प्राणनाथ से प्रबुद्ध छत्रसाल,
नीति का वितान ताने चली असिधारा है|
राणा राज सिंह वीर दुर्गादास ने सदैव,
अरिदल को विदार शस्त्र को निखारा है||
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