राष्ट्र जागरण - अस्मिता गान..
मतयगंद छंद 'आहुति' महाकाव्य से ....
महाकवि डॉ. बृजेश सिंह
राष्ट्र जागरण - अस्मिता गान
राम की कृष्ण की पावन गाथा
लसी हर गांव की माटी यहाँ है |
अर्जुन-भीम के शस्त्र की तीक्ष्ण
प्रलम्ब रही परिपाटी यहाँ है |
राणा-शिवा-इतिहास लिए निज
अंक खड़ी हर घाटी यहाँ है |
धारण की बसुधा ने सदा रण-
रक्त रँगी शुचि शाटी यहाँ है ||
मतयगंद छंद 'आहुति' महाकाव्य से ....
महाकवि डॉ. बृजेश सिंह
राष्ट्र जागरण - अस्मिता गान
राम की कृष्ण की पावन गाथा
लसी हर गांव की माटी यहाँ है |
अर्जुन-भीम के शस्त्र की तीक्ष्ण
प्रलम्ब रही परिपाटी यहाँ है |
राणा-शिवा-इतिहास लिए निज
अंक खड़ी हर घाटी यहाँ है |
धारण की बसुधा ने सदा रण-
रक्त रँगी शुचि शाटी यहाँ है ||
No comments:
Post a Comment